View also

पॉलिटेक्निक कोर्स की लिस्ट : best polytechnic courses after 10th

0

आमतौर पर छात्र उच्च माध्यमिक स्तर पर आगे बढ़ने के लिए 11वीं कक्षा में कला, विज्ञान और वाणिज्य का विकल्प चुनते हैं, लेकिन यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो किताबी ज्ञान के बजाय तकनीकी ज्ञान में विश्वास रखते हैं और 11 वीं करने के बजाय कुछ अल्पकालिक व्यावसायिक और तकनीकी पाठ्यक्रम करना चाहते हैं, तो आइए आज हम आपको बताएंगे कि 10वीं करने के बाद पॉलिटेक्निक कोर्स का क्या एक्सपोजर है?

पॉलिटेक्निक से आप क्या समझते हैं?

Advertisement

पॉलिटेक्निक एक प्रकार का कौशल विकास पाठ्यक्रम है जो इंजीनियरिंग के साथ-साथ अन्य कई क्षेत्रों में भी उपलब्ध है। यह छात्रों के तकनीकी कौशल को बढ़ाकर व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। इन पाठ्यक्रम में शिक्षा और प्रबंधन से लेकर कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग तक के व्यापक अध्ययन शामिल हैं जो छात्रों को उद्योग जगत में जाने के लिए तैयार होने में मदद करते हैं।

पॉलिटेक्निक कोर्स के लिए पात्रता

जो भी इच्छुक उमीदवार इस कोर्स के लिए आवेदन करना चाहते हैं उनके लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किये गए हैं। यदि आप भी इन पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं तो आप भी आवेदन कर सकते हैं। आइये जानते हैं –

  • यदि अभ्यर्थी इंजीनियरिंग डिप्लोमा करना चाहते हैं तो कम से कम 10 वीं पास होना आवश्यक है। ये परीक्षा अभ्यर्थी द्वारा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास की गयी हो। जिसमें गणित, विज्ञान और अंग्रेजी विषय होने आवश्यक हैं।
  • यदि अभ्यर्थी होटल (और कैटरिंग) मैनेजमेंट, टूरिज्म मैनेजमेंट या फार्मेसी डिप्लोमा करना चाहते है तो उसका 12 वीं पास होना आवश्यक है।
  • आरक्षित श्रेणी वाले अभ्यर्थियों को आयु में छूट प्रदान की जाएगी।

पॉलिटेक्निक में कैसे लें प्रवेश – यहाँ जानें

जो भी अभ्यर्थी पॉलिटेक्निक कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं वो यहाँ बतायी जा रही जानकारी को ध्यान से पढ़ें।

Advertisement

पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स हेतु आप को हर राज्य में कॉलेज मिल जाएंगे, जहाँ प्रवेश लेने के लिए अलग अलग माध्यम हैं। जैसे की कुछ कॉलेज / इंस्टिट्यूट प्रवेश परीक्षा करवाते हैं वहीं कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन करते हैं। इसके लिए उनकी 10 वीं में प्राप्तांको के आधार पर मेरिट लिस्ट बनायी जाती है। आइये इसे अब विस्तार से समझते हैं –

  • मेरिट के आधार पर : इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की प्रवेश परीक्षा नहीं होती। कुछ राज्यों में अभ्यर्थियों का चयन उनके 10 वीं और 12 वीं की मार्कशीट के आधार पर होता है। इसके लिए उन्हें आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन मोड से पंजीकरण करना होता है। यहाँ उन्हें एप्लीकेशन फॉर्म में पूछी गयी सभी आवश्यक जानकारी जैसे की नाम पता, स्कूल, बोर्ड, प्राप्तांक , कक्षा आदि संबंधित जानकारियां देनी होंगी। साथ ही आवेदन शुल्क / फीस भी भरनी होगी। कृपया ध्यान दें की ये फीस हर राज्य में अलग अलग हो सकती हैं। इसके बाद कॉलेज / इंस्टिट्यूट द्वारा मेरिट के आधार पर लिस्ट तैयार की जाती है। और निर्धारित सीटों पर एडमिशन के लिए छात्रों को काउंसलिंग हेतु बुलाया जाता है।

  • एंट्रेंस ( प्रवेश परीक्षा ) के आधार पर : देश में बहुत से राज्यों में एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है। इसमें एडमिशन के लिए सभी अभ्यर्थियों को ऑनलाइन एग्जाम देना होता है। इसके लिए पहले उन्हें ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना होगा। इसके बाद एप्लीकेशन फॉर्म के सब्मिशन के बाद अभ्यर्थिओं के लिए एडमिट कार्ड को ऑनलाइन जारी किया जाता है। एडमिट कार्ड को डाउनलोड करना होता है। फिर प्रिंटआउट निकालने के बाद उमीदवार ऑफलाइन परीक्षा दे सकता है। जिसके बाद उत्तीर्ण छात्रों को कॉउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है। इसके बाद सभी डाक्यूमेंट्स चेक करने के बाद उन्हें एडमिशन मिल जाता है।

Advertisement

Advertisement

भारत में पॉलिटेक्निक पाठ्यक्रम निम्नलिखित है

  • कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में डिप्लोमा
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • मार्केटिंग मैनेजमेंट में स्नातक प्रमाणपत्र
  • पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • व्यवसाय प्रशासन में डिप्लोमा
  • कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • एनिमेशन, कला और डिजाइन में डिप्लोमा
  • होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा
  • अकांउटिंग में डिप्लोमा
  • इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • वैमानिकी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • कृषि इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • विमान रखरखाव में डिप्लोमा
  • वास्तुकला सहायकता में डिप्लोमा
  • कला और शिल्प में डिप्लोमा
  • ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • एवियोनिक्स में डिप्लोमा
  • बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • सिरेमिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • वाणिज्यिक अभ्यास में डिप्लोमा
  • डेयरी इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • पर्यावरण इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • फैशन डिजाइनिंग और परिधान प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा
  • फैशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • ग्लास और सिरेमिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • गृह विज्ञान में डिप्लोमा
  • सूचना प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा
  • इंस्ट्रुमेंटेशन और नियंत्रण में डिप्लोमा
  • इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • इंटीरियर डेकोरेशन और डिजाइन में डिप्लोमा
  • पुस्तकालय और सूचना विज्ञान में डिप्लोमा
  • खनन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • पेंट टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • फार्मेसी में डिप्लोमा
  • प्लास्टिक और मोल्ड प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा
  • प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा
  • प्रोडक्शन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • वस्त्र रसायन विज्ञान में डिप्लोमा
  • टेक्सटाइल डिजाइन में डिप्लोमा
  • टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
  • वस्त्र प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा।

देश के राज्यों में उपलब्ध डिप्लोमा और प्रवेश प्रक्रिया

Advertisement

आगे हम आपको विभिन्न राज्यों में पॉलीटेक्निक डिप्लोमा कोर्सेज में प्रवेश प्रक्रिया के बारे में बता रहे हैं। साथ ही आप को आधिकारिक वेबसाइट के लिंक भी उपलब्ध करा रहे हैं।

आंध्र प्रदेश पॉलिटेक्निक : –
पाठ्यक्रम : डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-डिप्लोमा इन नॉन-इंजीनियरिंग
पात्रता : अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए और आंध्र प्रदेश या तेलंगाना का स्थायी निवासी या मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा पास होना चाहिए, जिसमें न्यूनतम 35% अंक हों
प्रवेश परीक्षा : आंध्र प्रदेश पॉलिटेक्निक (कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
आधिकारिक वेबसाइट : यहाँ क्लिक करें
असम पॉलिटेक्निक :-
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेंट (केवल लड़कियों के लिए)
अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए और असम हायर सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल से 10वीं कक्षा पास या विज्ञान और गणित के साथ समकक्ष परीक्षा को पास करना अनिवार्य है (केवल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम)
पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा – ऑफलाइन परीक्षा
अरुणाचल प्रदेश पॉलिटेक्निक :-
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-डिप्लोमा इन नॉन-इंजीनियरिंग-डिप्लोमा इन होटल एंड कैटरिंग मैनेजमेंट (12वीं के बाद)
अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए और अरुणाचल प्रदेश के स्थायी निवासी-उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा पास होना चाहिए
(अरुणाचल प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा )
आधिकारिक वेबसाइट – यहाँ क्लिक करें
दिल्ली पॉलिटेक्निक: –
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-मॉडर्न ऑफिस प्रैक्टिस (12वीं के बाद) -डिप्लोमा कोर्स इन फार्मेसी (12वीं के बाद)
-उम्मीदवार भारतीय नागरिक-सीबीएसई या किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 35% एग्रीगेट या विज्ञान, गणित और अंग्रेजी में 3.7 सीजीपीए या इंजीनियरिंग और तकनीकी पाठ्यक्रमों के लिए 3.7 सीजीपीए पास होना चाहिए।
दिल्ली सीईटी (दिल्ली कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)
बिहार पॉलिटेक्निक :-
पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग (पीई) -पारा-मेडिकल-डेंटल (पीएमडी मैट्रिक स्तर) -पार्ट-टाइम पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग (पीपीई) -पारा मेडिकल (पीएम इंटरमीडिएट स्तर) कार्यक्रम
उम्मीदवारों को भारतीय नागरिक होना चाहिए और मान्यता प्राप्त बोर्ड से बिहार -10वीं कक्षा पास के स्थायी निवासी (पीई, पीएमडी, पीपीई) -12वीं पास मान्यता प्राप्त बोर्ड से (पीएम इंटरमीडिएट स्तर)
DCECE (डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा)
आधिकारिक वेबसाइट : यहाँ क्लिक करें
गुजरात पॉलिटेक्निक
-डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-डिप्लोमा इन नॉन-इंजीनियरिंग
उम्मीदवार को गुजरात का भारतीय नागरिक स्थायी निवासी होना चाहिए। 10 वीं कक्षा पास मान्यता प्राप्त बोर्ड से
ACPDC-(व्यावसायिक डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश समिति)
झारखंड पॉलिटेक्निक:-
-डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-डिप्लोमा इन नॉन-इंजीनियरिंग
उम्मीदवार को झारखंड का भारतीय नागरिक स्थायी निवासी होना चाहिए-10वीं कक्षा न्यूनतम 35% अंकों के साथ मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास
JCECEB PECE (पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा)
कर्नाटक पॉलिटेक्निक :-
-डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-डिप्लोमा इन नॉन-इंजीनियरिंग
उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए और कर्नाटक बोर्ड से कर्नाटक -10वीं कक्षा पास के लिए स्थायी निवासी होना चाहिए। विज्ञान और गणित में न्यूनतम 35% अंकों के साथ-साथ कर्नाटक बोर्ड के अलावा अन्य सचिव, तकनीकी शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी पात्रता प्रमाण पत्र का उत्पादन करना होगा- बैंगलोर मध्यम छात्रों के लिए 5% आरक्षण है।
कर्नाटक पॉलिटेक्निक
केरल पॉलिटेक्निक :-
इंजीनियरिंग / प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा
अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए और केरल के स्थायी निवासी-एस्पिरेंट्स को एसएसएलसी / टीएचएसएलसी या केरल राज्य या गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषयों में किसी अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड से समकक्ष परीक्षा होनी चाहिए।
प्रवेश 10वीं या 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर दिया जाता है।

मध्य प्रदेश पॉलिटेक्निक : –
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी
अभ्यर्थी भारतीय नागरिक और मध्य प्रदेश के स्थायी निवासी-उम्मीदवारों को 35% विज्ञान और गणित के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं पास होना चाहिए।
एमपी पीपीटी (मध्य प्रदेश प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट)

ओडिशा पॉलिटेक्निक :-
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी / आर्किटेक्चर-डिप्लोमा इन नॉन-इंजीनियरिंग-डिप्लोमा इन फिल्म एंड टीवी कोर्सेज (12 वीं के बाद) (ओडिशा के सरकारी, निजी सहायता प्राप्त पॉलिटेक्निक संस्थानों में)
आवेदक अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए -आसपास के बीएसई बोर्ड या साइंस और मैथ्स के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं पास होना चाहिए क्योंकि अनिवार्य विषय (माइनिंग को छोड़कर सभी इंजीनियरिंग कोर्स) -अस्पेक्टर्स को बीएसई बोर्ड से 12 वीं पास होना चाहिए या सभी गैर के लिए कोई मान्यता प्राप्त बोर्ड होना चाहिए। संस्कृति को छोड़कर अन्य पाठ्यक्रम
ओडिशा डीईटी (कोई प्रवेश परीक्षा नहीं है। प्रवेश मेरिट के आधार पर दिया गया है)

पंजाब पॉलिटेक्निक (पंजाब और चंडीगढ़) :-
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा / गैर-इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए और पंजाब के स्थायी निवासी-उम्मीदवारों को पंजाब बोर्ड से 10 वीं पास करना चाहिए और अनिवार्य विषयों के रूप में विज्ञान और गणित के साथ किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास होना चाहिए। प्रवेश के लिए कोई निम्न या ऊपरी आयु सीमा नहीं है।
कोई प्रवेश परीक्षा नहीं है। प्रवेश 10 वीं या 12 वीं कक्षा के अंकों के आधार पर दिया जाता है

उत्तराखंड पॉलिटेक्निक :-
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा / गैर-इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
भारतीय नागरिक और उत्तराखंड के स्थायी निवासी-उम्मीदवारों को न्यूनतम 35% अंकों (पाठ्यक्रमों के लिए भिन्न) के साथ मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं या 12 वीं उत्तीर्ण होना चाहिए।
JEEP (संयुक्त इंजीनियरिंग परीक्षा पॉलिटेक्निक या यूके पॉलिटेक्निक)

तमिलनाडु पॉलिटेक्निक :-
डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग / टेक्नोलॉजी-डिप्लोमा इन कैटरिंग (12 वीं कक्षा)
अभ्यर्थी भारतीय नागरिक जिसने मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं या 12 वीं पास हो
मेरिट लिस्ट के आधार पर प्रवेश। प्रवेश 10 वीं या 12 वीं कक्षा के अंकों के आधार पर दिया जाएगा।

तेलंगाना पॉलिटेक्निक :-
सभी इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम और गैर-इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम
उम्मीदवार भारतीय नागरिक होने चाहिए और तेलंगाना या आंध्र प्रदेश के स्थायी निवासी होना चाहिए। विज्ञान और गणित में न्यूनतम 35% अंकों के साथ मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10 वीं कक्षा पास होना चाहिए।
TS POLYCET (तेलंगाना राज्य पॉलिटेक्निक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)

पॉलिटेक्निक के बाद ये हैं करियर ऑप्शंस

पॉलीटेक्निक पूरा करने के बाद विद्यार्थियों के पास बहुत से करियर ऑप्शंस खुल जाते हैं। इस डिप्लोमा कोर्स के बाद उन्हें सरकारी व गैर-सरकारी रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। बड़ी बड़ी कंपनियां प्लेस्मेंट्स के ज़रिये डिप्लोमा पूरा करने वालों को नौकरियां देती हैं। इनमे प्राइवेट कंपनियों के अलावा सरकारी कंपनियां भी शामिल हैं। यदि आप चाहें तो ये डिप्लोमा पूरा करने के बाद आप डिग्री भी ले सकते हैं। आप उसी फील्ड में डिग्री ले सकते हैं। आप इसके लिए सीधे द्वितीय वर्ष में प्रवेश ले सकते हैं। इस में नौकरी मिलने के बाद प्रारंभिक वेतन 15000 – 25000 रूपए प्रतिमाह है।

Advertisement

Advertisement

Leave A Reply

Your email address will not be published.